पंखाकार वलन

विभिन्न स्थानों पर संपीडन की भिन्नता के कारण कभी-कभी एक वृहत अपनति में कई छोटी-छोटी अपनतियॉ व अभिनतियॉ मिलती है। ऐसी आकृति को समपनति कहते हैं। इसी तरह जब असामान्य संपीडन के कारण एक वृहत अभिनति के अंतर्गत कई छोटी-छोटी अपनतियॉ व अभिनतियॉ बन जाती है तो उस वृहत अभिनति को समभिनति कहा जाता है। इन दोनों स्थलाकृतियों को पंखाकार वलन भी कहते है।

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